Rupee Depreciation
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। भारतीय मुद्रा इस वक्त अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर है। गिरावट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 1 पैसे टूटकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया है,जोकि इसका अभी तक का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले बुधवार रुपया को रुपया 13 पैसे की गिरावट के साथ 80.05 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस वक्त रुपया में गिरावट की वजह तो कई कारणों से हो रही है, लेकिन इन कारणों में से एक तेल आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ना और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आना भी है।
हालांकि, भारत का केंद्रीय बैंक (आरबीआई) लगातार रुपया की गिरावट को रुकने के लिए काम कर रहा है और कुछ कदम उठाए हैं।
80.03 पर खुला रुपया
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज रुपया 80.03 के भाव पर खुला था। उसके बाद इसमें गिरावट आना शुरू हो गई और यह गिरकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया, जो पिछले बंद भाव की तुलना में एक पैसे की गिरावट दर्शाता है। इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक भी 0.19 प्रतिशत गिरकर 106.87 पर आ गया है।
कच्चे तेल की कीमतें हाई पर
आज भी वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें हाई बनी हुई हैं और यह 106 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। वहीं, अमेरिका बाजार की बात करें तो यहां कच्चे तेल की कीमत 102 डॉलर प्रति बैरल पर है। यूएस में 10 साल की बॉन्ड यील्ड 3.017 फीसदी पर है.
FII और DII डाटा
आपको बता दें कि कल यानी 20 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने 1780.94 करोड़ रुपये डाले हैं। इसके अलावा इस अवधि में घरेलू निवेशकों (DIIs) ने बाजार ने 230.22 करोड़ की इक्विटी बेची है।
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