Microsoft Employee Layoff
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। आर्थिक मंदी की आहट अब धीरे धीरे विश्व की बड़ी टेक कंपनियों पर दिखाई देनी लगी है। दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। कंपनी इसे नियमित रूप से अपनी व्यावसायिक प्राथमिकताओं का मूल्यांकन बता रही है, लेकिन सत्या नडेला द्वारा संचालित माइक्रोसॉफ्ट ‘पुनर्गठन’ के हिस्से के रूप में कर्मचारियों की छंटनी करने वाली पहली टेक दिग्गज बन गई है। माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी उसके कार्यालयों और प्रोडक्ट डिविजन्स के 1,80,000 कर्मचारियों की करीब 1 प्रतिशत है। कंपनी ने पांच साल बाद पहली बार छंटनी की है।
छंटनी के यह कारण
इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट ने मंगलवार देर रात एक बयान जारी किया है। इस बयान में कंपनी ने कहा कि सभी कंपनियों की तरह, हम नियमित रूप से अपनी व्यावसायिक प्राथमिकताओं का मूल्यांकन करते हैं और उसी के अनुसार संरचनात्मक समायोजन करते हैं। हम अपने कारोबार में निवेश करना जारी रखेंगे और आने वाले वर्ष में समग्र कार्यबल में वृद्धि करेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट हायरिंग में भी कमी लाई
इतना ही नहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज, टीम और ऑफिस ग्रुप में नियुक्तियां भी कम कर दी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के एक प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि कल उन्होंने कुछ कर्मचारियों को अपनी सेवाएं खत्म करने का निर्देश दिय है। आपको बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी तीसरी तिमाही में मजबूत लाभ हासिल किया है। इसमें क्लाउड राजस्व में 26 प्रतिशत की बढ़त (ऑन-ईयर) और कुल राजस्व 49.4 बिलियन डॉलर शामिल है। पिछले महीने कंपनी ने अपने चौथी तिमाही के राजस्व और आय मार्गदर्शन को नीचे की ओर संशोधित किया।
यह कंपनियां भी कर चुकी छंटनी
इससे पहले ट्विटर भी अपनी हायरिंग टीम में 30 प्रतिशत की कटौती की है। दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क द्वारा संचालित टेस्ला ने भी सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इतना ही नहीं, अन्य टेक कंपनियों में अपनी नियुक्ति में कमी कर दी है। इसमें मुख्यता एनवीडिया, स्नैप, उबर, स्पॉटिफाई, इंटेल और सेल्सफोर्स शामिल हैं। वहीं, क्लाउड प्रमुख ओरेकल ने बताया कि लागत में कटौती के उपायों में 1 बिलियन डालर तक बचाने के लिए हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने पर विचार किया गया है।
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