इंडिया न्यूज,नई दिल्ली।
अमेरिका के फैशन ब्रांड Patagonia ने देश में खादी डेनिम कपड़ा खरीदने के लिए ऑर्डर दिया है। Patagonia ने कपड़ा बनाने वाली प्रसिद्ध कंपनी अरविन्द मिल्स के माध्यम से गुजरात के राजकोट स्थित खादी संस्थान खादी भारती को करीब 80 लाख रुपये मूल्य के 17,050 मीटर खादी डेनिम कपडा खरीदने का ऑर्डर दिया है। इससे पहले पैटागोनिया ने खादी भारती से 30,000 मीटर खादी डेनिम कपड़े खरीदे थे,जिसका मूल्य 1.08 करोड़ रुपये था। खादी भारती को यह ऑर्डर मार्च के महीने में मिला है।
मंत्रालय ने दी जानकारी
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने गुरुवार को इस डील के बार में जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि जुलाई, 2017 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने पूरे विश्व में खादी डेनिम उत्पादों का व्यापार करने के लिए अरविन्द मिल्स लिमिटेड, अहमदाबाद से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। तब से अरविन्द मिल्स गुजरात के केवीआईसी द्वारा प्रमाणित खादी संस्थानों से प्रत्येक वर्ष बड़ी मात्रा में खादी डेनिम कपड़े खरीद रही है।
पिछला ऑर्डर 12 महीन के समय में हुआ पूरा
इस मौके पर केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि पैटागोनिया से रिपीट ऑर्डर खादी डेनिम की उत्कृष्ट गुणवत्ता, जो सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों से मेल खाती है, के परिणामस्वरूप मिला है। उन्होंने कहा कि आदेश की आपूर्ति करते समय उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने, उत्पाद की एकरूपता और कपड़े की समय से आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया गया। पिछला आदेश समय के अनुसार ठीक 12 महीने के समय में पूरा किया गया।
पैटागोनिया कर चुका है उद्योग भारती का दौरा
इतना ही नहीं, पिछले वर्ष पैटागोनिया का एक प्रतिनिधिमंडल खादी डेनिम की निर्माण प्रक्रिया देखने के लिए गोंडल, राजकोट (गुजरात) स्थित खादी संस्थान उद्योग भारती का दौरा किया था। खादी बनाने की प्रक्रिया तथा खादी डेनिम कपड़े की दस्तकारी गुणवत्ता से प्रभावित होकर पैटागोनिया ने अरविन्द मिल्स के माध्यम से विभिन्न मात्राओं में खादी डेनिम कपड़े खरीदने के आदेश दिए।
मंत्रालय ने बताया कि पैटागोनिया ने खरीद को अंतिम रूप के लिए गोंडल में डेनिम उत्पाद की पूरी प्रक्रिया यानी कताई, बुनाई, कार्डिंग, डाइंग, मजदूरी भुगतान, श्रमिकों की आयु सत्यापन आदि का मूल्यांकन करने के लिए अमेरिका स्थित वैश्विक तीसरे पक्ष के मूल्यांकनकर्ता नेस्ट की नियुक्ति की थी।
Also Read : 20 इलेक्ट्रिक स्कूटरों में एक साथ लगी आग, आखिर क्यों ईवी में आग के केस आ रहे सामने