इंडिया न्यूज,नई दिल्ली।
Foreign Portfolio Investors: रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) में एक डर का माहौल है,जिसकी वजह से घरेल बाजार से करोड़ रुपए की निकास कर रह हैं। FPI ने फरवरी माह में भारतीय बाजारों से 35,506 करोड़ रुपये की निकासी की है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निकासी का यह 5वां महीना और वो भी लगातार निकासी का महीना है।
अक्टूबर से निकाल रहा एफपीआई (Foreign Portfolio Investors)
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 25 फरवरी के दौरान शेयरों से 31,158 करोड़ रुपये और डेट सेगमेंट से 4,467 करोड़ रुपये निकाले हैं,जबकि उन्होंने हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट में 120 करोड़ रुपये डाले हैं। एफपीआई अक्टूबर, 2021 से लगातार भारतीय बाजारों से पैसे बाहर निकाले हैं।
रुस और यूक्रेन युद्ध से सतर्क हुई एफपीआई (Foreign Portfolio Investors)
बाजार से जुड़े एक विशेषज्ञ का कहना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा देर-सवेर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद से एफपीआई की निकासी तेज हुई है। वहीं, रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से भी एफपीआई सतर्क हो गए हैं और भारत जैसे उभरते बाजारों से दूरी बना रहे हैं।
कई चीजें तय करती हैं निकासी (Foreign Portfolio Investors)
वहीं, एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि एफपीआई का रुख, डॉलर के मुकाबले रुपये के रुख, कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिका में बांड पर प्रतिफल से तय होता है। फिलहाल ये सभी चीजें एफपीआई को प्रभावित कर रही है और आगे भी निकासी भी जारी रहेगी।
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